Saturday, June 24, 2023

 



लौंग का पानी पीने के फायदे 

दोस्तो क्या आप जानते हैं कि लौंग का सेवन करना कितना फायदेमंद होता है। लेकिन इसके साथ साथ इसके नुकसान भी हो सकते है।

Clove Water: गुणों से भरपूर है लौंग का पानी...मगर गर्मी में इसके कुछ नुकसान भी हैं

लौंग अपने आप में गुणों से भरपूर होती है. इसके खाने के अनेकों औषधीय फायदे हैं. यह कफ को ठीक करने , पित्त को सही करने का काम करता है. वहीं, इसके सेवन करने से पहले नुकसान जानना भी जरूरी है।

Benefits And Side Effects:

 गर्मियां शुरू हो गई हैं. तापमान 40 से अधिक होना शुरू गया है.  डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी और अधिक बढ़ेगी. ऐसे में लोग गर्मी से बचाव का सहारा भी ले रहे हैं. गर्मी से बचाने में लौंग खासी गुणकारी साबित हो सकती है. लौंग से ही बना 'लौंग का पानी' गर्मियों में किसी दवा से कम नहीं है. मगर इसका सेवन करते समय इसके नुकसान की जानकारी भी होना जरूरी है

फायदा ही नहीं नुकसान भी करता है लौंग का पानी, आइए जानते है।

पहले लौंग के फायदे जानिए

पाचन तंत्र सुधारे

गर्मी अधिक होने पर सबसे पहले पाचन तंत्र ही गड़बड़ा जाता है. लौंग का पानी पाचन तंत्र में ही सुधार करता है. हर दिन खाली पेट इसका सेवन बहुत अधिक लाभकारी हो सकता है. खाली पेट लौंग खाने से भी एसिडिटी में खासी राहत मिलती है.

स्किन के लिए लाभकारी

गर्मी के मौसम में ये स्किन के लिए भी बेहद लाभकारी है. गर्मियों में अक्सर सनबर्न जैसी परेशानी हो सकती है. जो लोग लौंग के पानी का प्रयोग करते हैं. उन्हें स्किन संबंधी समस्या कम देखने को मिलती है. इसके पीछे वजह लौंग में एंटी एजिंग, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी फंगस गुणों से भरपूर होना है. 


मुंह के छालों में फायदेमंद

आमतौर पर मुंह में छालों की समस्या सभी ने देखी होगी. इस रोग में लौंग बेहद लाभदायक है. लौंग का तेल लगाने या मालिश करने से काफी आराम मिल सकता है. लौंग चबाकर खाने से भी राहत मिलती है.


अब नुकसान जान लें

खून पतला होना

लौंग का तेल ब्लड को पतला करने का काम करता है. इसलिए यदि कोई हीमोफीलिया का पेशेंट है, पहले से ब्लड पतला है तो उसे लौंग खाने से बचना चाहिए. इससे रक्तस्त्राव जैसी समस्या हो सकती है. 


ब्लड शुगर घटाए

लौंग ब्लड शुगर का लेवल बहुत तेजी से घटा सकती है. इसलिए जो लोग डायबिटिक हैं. दवा ले रहे हैं तो उन्हें लौंग डॉक्टर की सलाह पर लेनी चाहिए.

गर्मियों में सीमित करें सेवन

लौंग की तासीर बहुत गर्म होती है. ऐसे में गर्मी में लौंग या लौंग के पानी का सेवन गर्मी के साइड इफेक्ट बढ़ा सकता है. गर्मियों में इसका सेवन बहुत सीमित करना चाहिए

लौंग हो या लौंग का पानी ज्यादा पीने से ये आपके शरीर को नुकसान पंहुचा सकता है. कुछ लोग लौंग को एक माउथ फ्रेशनर की तरह इस्तेमाल करते हैं लेकिन ये आपके शरीर में बहुत सी बीमारियों को बुलावा दे रहा हैलौंग के कई सारे फायदे होते हैं. चाय में लौंग डालना चाय का स्वाद बढ़ा देता है. पुलाव में लौंग इलाइची की जोड़ी कमाल भी खूब करती है. सर्दियों में अगर जुकाम है तो लौंग और कई साड़ी जड़ी बूटी भी मिलाई जाती है और पास में रख कर सूंगा जाता है. लकिन लौंग के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी बहुत हैं. ये जितना स्वाद बढ़ाता है उतना ही शरीर में बीमारियों को बढ़ाता भी है. अभी तक आपने लौंग खाने के फायदों के बारे में ही सुना होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ मामलों में लौंग का सेवन काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है. आइये यहां जानते हैं लौंग के ज्यादा सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में.

अधिक मात्रा में सेवन करना 

अगर अधिक मात्रा में लौंग का इस्तेमाल किया जाए, तो आंखों में जलन जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और लीवर की समस्या वाले लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए लौंग का सेवन नहीं करना चाहिए। लौंग का ज्यादा सेवन आपके खून को पतला कर सकता है।

लौंग से शरीर में ग्लूकोज़ का लेवल कम हो सकता है. इसलिए उन लोगों को लौंग का सेवन कम ही करना चाहिए जिनके शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा कम हो.

लौंग का सेवन उन लोगों को नहीं करना चाहिए, जिनको ब्लीडिंग डिसऑर्डर जैसे हीमोफीलिया की बीमारी है. लौंग में खून को पतला करने के गुण होते हैं. 

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लौंग को ज्यादा खाने से किडनी और लिवर को भी नुक्सान पहुँचता है. इसकी तासीर बहुत गर्म होती है जिसके चलते चेहरे पर पिम्पल्स, लिवर में दिक्कत या पेट दर्द भी हो सकता है. 

लौंग में एक तीखी खुशबू और झार पाई जाती है. लौंग का ज्यादा इस्तेमाल करने से आंखों में जलन की समस्या हो सकती है. इसलिए अगर आपको ज्यादा लौंग खाने से आखों में जलन होती है तो आपको इसको खाना बंद करना चाहिए. 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें


Thursday, June 8, 2023

 




How to Gain Weight ?

अपने शरीर को मोटा कैसे बनाएं? आइए जानते है कुछ ऐसे उपाय जिनके द्वारा आप एक अच्छा weight gain कर सकते हैं

 अगर आपका शरीर दुबला-पतला है, तो आप कुछ चीजों की मदद से शरीर को मोटा (Weight Gain) बना सकते हैं। जानें शरीर को मोटा कैसे करें?

How to Gain Weight: अगर आपका शरीर दुबला-पतला है, तो आप कुछ चीजों की मदद से शरीर को मोटा (Weight Gain) बना सकते हैं। जानें शरीर को मोटा कैसे करें?

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आजकल के दौर में मोटापा एक आम समस्या हो गई है गलत  खान पान की वजह से किसी का शरीर मोटा हो जाता है तो किसी का पतला हर व्यक्ति किसी ना किसी बीमारी से परेशान है। दुबला-पतला शरीर न सिर्फ बीमारियों को न्यौता देता है, बल्कि व्यक्ति के कॉन्फिडेंस लेवल को भी कम कर देता है। अकसर जो लोग दुबले-पतले और कमजोर होते हैं, ऐसे लोग काफी अनकंफर्टेबल महसूस करते है। ऐसे लोग अपना कॉन्फिडेंस बढ़ाने और अच्छा लुक क्रिएट करने के लिए एक बहुत उपाय करते है। अकसर लोग अपना वजन बढ़ाने के लिए बहुत से उपाय भी अपनाते हैं। वही  कुछ लोग अपने वजन को बढ़ाने या शरीर को मोटा बनाने के लिए तरह तरह के सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं, तो कुछ लोग प्रोटीन पाउडर आदि लेते हैं। 

अगर आप बिना किसी कैमिकल और नैचुरल तरीके से वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो कुछ उपायों को आजमा सकते हैं। 

दुबले-पतले शरीर को मोटा कैसे बनाएं- 

1. केला- Banana 


दुबले-पतले शरीर को मोटा बनाने के लिए आप नियमित रूप से केला खा सकते हैं। केला पोषक तत्वों से भरपूर होता है। केले में कैल्शियम, विटामिन बी12 और एनर्जी मिलती है। इसलिए केले को एक सुपरफूड के रूप में भी जाना जाता है। वजन बढ़ाने के लिए आप रोजाना 3-4 केले खा सकते हैं। पतले लोगों के लिए केले को दूध या दही में खाना फायदेमंद हो सकता है। केला खाने से आपको वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

2. ड्राई फ्रूट्स


ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन, हेल्दी फैट और कैलोरी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। अगर आप दुबले-पतले हैं, अपने शरीर को मोटा बनाना चाहते हैं, तो रोजाना ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं। इसके लिए आप बादाम, अखरोट, किशमिश और काजू को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। रात को एक गिलास दूध में इन सभी ड्राई फ्रूट्स को उबालें और फिर पी लें। रोजाना दूध में ड्राई फ्रूट्स उबालकर खाने से शरीर को मोटा बनाने में मदद मिल सकती है।

3. दूध और शहद


शहद को पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है। शहद का उपयोग अधिकतर स्वास्थ्य समस्याओं में करना फायदेमंद होता है। दुबले-पतले शरीर को मोटा बनाने के लिए भी आप शहद का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास दूध गर्म करें, इसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाएं और रात को सोते समय पी लें। रोजाना रात को दूध और शहद (Milk and Honey) मिलाकर लेने से आपकी पाचनशक्ति मजबूत बनेगी और वजन बढ़ेगा।

4. सोयाबीन


सोयाबीन प्रोटीन का एक बेहतरीन सोर्स होता है। अगर आप दुबले-पतले हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो सोयाबीन को अपनी रेगुलर डाइट में सामिल कर सकते हैं। सोयाबीन खाने से शरीर की मांसपेशियों का विकास तेजी से होता है। इससे शरीर को मोटा होने में मदद मिलती है। 

5. अंडा


अंडे कैल्शियम, प्रोटीन, हेल्दी फैट और कैलोरी से भरपूर होते हैं। पतले लोग मोटे होने के लिए अंडे को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप पूरे अंडे को खाना जरूरी होता है। दुबले-पतले लोगों को अंडे का व्हाइट और येलो पार्ट दोनों खाने चाहिए। रोजाना अंडा खाने से वेट गेन में मदद (Weight Gain Foods ) मिल सकती है।


वजन बढ़ाने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव भी करने पड़ते है।

जैसे:-

इसके लिए आप सही-समय पर खाना खाएं।

कोई भी मील स्किप न करें।

खाने को अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाएं।

स्ट्रेस फ्री और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें।

नियमित रूप से प्राणायाम, एक्सरसाइज और योगा करते रहें।

अच्छी नींद लेने की कोशिश करें।

आशा करता हु कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए सफल साबित हुई होगी आपके सहयोग से मैं समय समय पर ऐसी जानकारियां पोस्ट करता रहूं।

धन्यवाद।

Sunday, June 4, 2023



आपकी रसोई में रखी कुछ चीजों से बालों की हर समस्या का समाधान हैं हो सकता है ।


1.करी पत्ता मिक्स हेयर केयर
बालों पर दो प्रकार से करी लीव्स का उपयोग किया जा सकता है। एक करी पत्ता हेयर ऑइल के रूप में और दूसरे करी पत्ता हेयर मास्क के रूप में। करी पत्ता हेयर ऑइल बनाने के लिए आप नारियल तेल में करी पत्ता मिक्स करके वॉइल करें और तेल को ठंडा होने पर सिर में मसाज करें।
हेयर मास्क बनाते समय आप करी पत्ता का पेस्ट बनाकर इसे दही और हिना पाउडर के साथ मिक्स करके लगाएं। आपके रूखे और बेजान बालों में नई चमक आ जाएगी।
2.बालों के लिए अदरक है लाभदायक

अदरक के बारे में ज्यादातर महिलाओं को यही पता है कि ये गले की खराश और कोल्ड जैसी बीमारियों से बचाव की घरेलू औषधि है। लेकिन आपको बता दें कि आपके बालों को झड़ने से रोकने, इन्हें घना बनाने और बालों की ग्रोथ बढ़ाने में भी अदरक बेहद प्रभावी और कारगर उपाय है।
बालों में अदरक का उपयोग करने के लिए आप दही, मेंहदी और शहद 
के साथ अदरक का पेस्ट मिक्स करें। और तैयार हेयर मास्क को 35 से 40 मिनट के लिए बालों में लगाएं।
हेयर मास्क में अदरक पेस्ट मिक्स करके लगाने से सिर में डैंड्रफ, फुंसी, खुजली, इत्यादि की समस्या दूर रहती है।
अदरक में पाई जाने वाली ऐंटी-इंफ्लामेट्री प्रॉपर्टीज बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करती हैं। क्योंकि ये स्किन में आने वाली अंदरूनी सूजन को कंट्रोल करके बालों की जड़ों में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।


 3.नींबू और एलोवीरा की करें बालों में मसाज 
बालों में नींबू के रस के साथ ऐलोवेरा जेल मिलाकर मसाज करने से बालों को बहुत अधिक लाभ मिलता है। इससे बालों से जुड़ी सभी समस्याएं जैसे, डैंड्रफ, बालों का झड़ना और बालों में चिपचिपाहट रहना आदि तो दूर होती ही हैं, साथ ही बालों की ग्रोथ भी बढ़ती है।
आप दो से तीन चम्मच ऐलोवेरा जेल में दो चम्मच नींबू का रस मिलाकर लिक्विड तैयार करें और इससे बालों की जड़ों में मसाज करें। सप्ताह में एक बार ऐसा करने पर ही आपको काफी लाभ मिलेगा।

4. प्याज़ के रस से बालों में मसाज

मात्रा :
2 चम्मच प्याज का रस
3 चम्मच नारियल तेल या ऑलिव ऑइल
दोनों चीजों को मिलाकर धीमी आंच पर गुनगुना करें। जब ये हल्का-हल्का गर्म रह जाए तब इसे बालों की जड़ों में लगाते हुए हल्के हाथों से मसाज करें। सप्ताह में एक बार यह विधि अपनाने पर भी आपको बहुत लाभ मिलेगा।
प्याज का रस बनाने के लिए आप प्याज को मिक्सी में पीस सकती हैं या फिर इसे कद्दूकस कर सकती हैं। दोनों ही प्रक्रिया के बाद प्याज के गूदे को छानकर रस अलग कर लें। इससे शैंपू करने के बाद बालों को क्लीन करने में दिक्कत नहीं होगी।

Disclaimer: हम इस आर्टिकल में कोई भी दावा नहीं करते हैं. यह जानकारी विभिन्न रिपोर्ट्स के आधार पर दी गई है. किसी भी बात को फॉलो करने से पहले किसी डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।


Friday, June 2, 2023

 




अच्छी हेल्थ पाने के लिए क्या करें?

व्यायाम

जिम जाने से पहले हर किसी का सवाल होता है कि व्यायाम कैसे शुरू करें। क्योकि जिम हर कोई जाना चाहता है, लेकिन अक्सर लोगों का यह बहाना होता है कि वो जाना तो चाहते हैं, लेकिन व्यस्तता के कारण उन्हें समय ही नहीं मिल पाता। लोगों की यह इच्छा भी होती है कि जल्द से जल्द उन्हें अच्छा परिणाम मिल जाए। हममें से हर कोई वजन कम करना चाहता है लेकिन ये नहीं जानता कि व्यायाम कैसे शुरु करें। लेकिन हम आपको कुछ ऐसी बताएंगे जो आपके इस सवाल का जवाब आसानी से देगा दरअसल हर किसी को वजन कम करने या मसल्स बनाने की इतनी जल्दी होती है कि वो जल्द से जल्द किसी जादू की अपेक्षा करने लगते हैं। लेकिन अगर आपको पहले से पता होगा कि व्यायाम कैसे शुरू करें तो आपके जिम की जर्नी आसान हो जाती है। जिम जाते ही ऐसे व्यायाम की अपेक्षा करना, जिससे जल्दी वजन कम हो, एक गलती है। अगर आपने अभी-अभी व्यायाम करना शुरू किया है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जानिए व्यायाम कैसे शुरू करें और व्यायाम शुरू करने के तरीके।

व्यायाम कैसे शुरू करें?

अगर आप अपने सवाल व्यायाम कैसे शुरू करें के लिए जवाब जानना चाहते हैं, तो एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। एक्सरसाइज शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको चाहिए दृढ़ निश्चय, दूसरा है किसी भी तरह की प्रेरणा। केवल एक्सरसाइज ही नहीं बल्कि कोई भी चीज शुरू करने के लिए आपको दृढ़ निश्चय और प्रेरणा की आवश्यकता होती है। व्यायाम करने के शुरुआत के कुछ दिनों में आपको सबसे पहले आसान स्ट्रेचिंग करनी चाहिए, क्योंकि आपके मसल्स को मुश्किल दिनचर्या या व्यायाम की आदत नहीं होती। इसके बाद आप हल्के वेट के साथ अपने व्यायाम को जारी रख सकते हैं। फिर और भी मुश्किल व्यायाम जैसे स्क्वैट, डेडलिफ्ट या बेंच प्रेस करें।

फिटनेस के लिए कुछ इस तरह करें घर पर व्यायाम

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2. वॉर्मअप करें

व्यायाम कैसे शुरू करें, का सबसे पहला जवाब है वॉर्मअप। कई लोग जिम शुरू करते ही लोग ट्रेड मिल पर चढ़ जाते हैं लेकिन, एकदम एक्सरसाइज शुरू करने से चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, किसी भी एक्सरसाइज से पहले वॉर्मअप अवश्य करें। वॉर्मअप करने से मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ता है, जिससे शरीर हल्का गर्म हो जाता है। इससे चोट नहीं लगती और व्यायाम में भी आसानी होती है। व्यायाम कैसे शुरू करने का आसान जवाब है पहले वॉर्मअप करें। वॉर्मअप करने से आपकी बॉडी एक्सरसाइज के लिए तैयार होती है।


3. गाइडेंस जरूर लें

व्यायाम कैसे शुरू करें इसका जवाब जानने के लिए गाइडेंस की जरूरत होती है। व्यायाम चाहे आप जिम में कर रहे हों या घर पर, योग कर रहे हों या अन्य एक्सरसाइज, बिना मार्गदर्शन के कुछ भी संभव नहीं है। व्यायाम शुरू करने से पहले किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें। उससे जानें कि आपको कौन-सा व्यायाम करना चाहिए, जिससे आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। यही नहीं, व्यायाम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से भी सलाह ले लें। व्यायाम कैसे शुरु करें अगर आप इस बात को लेकर परेशान हैं तो किसी जिम प्रोफेशनल से गाइडेंस लें। ये आपके अंदर उठ रहे सवाल कि व्यायाम कैसे शुरू करें का परफेक्ट जवाब देंगे।


5. एन्जॉय करें

आप अगर व्यायाम की शुरुआत कर रहे हैं, तो इसे किसी तरह की चिंता से शुरू न करें। ध्यान रहे, जिस भी व्यायाम से आप शुरुआत करें वो आपको बोझ न लगे, बल्कि उसमे आपको मजा आए, क्योंकि ऐसा करने से न केवल आप अपने शरीर, बल्कि दिमाग को भी तंदुरुस्त बनाओगे। इसके साथ ही, व्यायाम उतना ही करें, जितना आप कर सकें। अपनी क्षमता से अधिक व्यायाम करना भी आपके लिए हानिकारक हो सकता है। व्यायाम कैसे शुरू करें अगर आप इस सवाल से बेचैन हैं तो अपने एक्सरसाइज रूटिन को एन्जॉय करें।


6. कैसे करें व्यायाम

व्यायाम कैसे शुरू करें, इसका उत्तर है खाली पेट। हमेशा व्यायाम की शुरुआत ऐसे समय पर करना चाहिए जब आपका पेट खाली हो। अगर आप दिन में भी व्ययायाम कर रहे हों, तो आपके व्यायाम और भोजन में कुछ घंटों का अंतर होना आवश्यक है। खाना खाने के बाद व्यायाम करने से आपको पेट संबंधी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।


7. दिनचर्या का हिस्सा बनाएं

अगर आप जानना चाहते हैं कि व्यायाम कैसे शुरू करें तो इसे अपने डेली रूटिन में लाएं। एक-या दो दिन व्यायाम करने का कोई फायदा नहीं है। अगर आप अच्छे परिणाम चाहते हैं, तो आपको इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना है। हर रोज व्यायाम का एक समय निश्चित करें और रोज उस समय व्यायाम करना न भूलें। ऐसा व्यायाम करें जिसे आप आसानी से कर सकें। अगर आप ने व्यायाम करने की ठान ली है, तो बिना भूले इसका पालन करें। व्यायाम कैसे शुरू करने का सहीं जवाब है कि उसको एक या दो दिन नहीं बल्कि हर रोज करें। सही रूटिन से एक्सरसाइज करना हमेशा आपको सही रिजल्ट देता है।


8. अपनी प्रगति को अवश्य जांचें

जैसे ही व्यायाम शुरू करें, इसके बाद अपनी अपनी प्रगति को अवश्य जांचें। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपको किए जा रहे व्यायाम से फायदा भी हो रहा है या नहीं। अगर नहीं हो रहा हो, तो अपने ट्रेनर या विशेषज्ञ से सलाह लें। व्यायाम कैसे शुरु करें जब आपको इसका जवाब मिल जाता है तो आपको एक्सरसाइज से होने वाले फायदे को भी जांचना होगा। व्यायाम कैसे शुरू करना है इसका जवाब आपको आपका शरीर देता है इसलिए व्यायाम से होने वाले फायदे को भी जांचे।


9. शुरुआत में बरतें यह सावधानियां

व्यायाम कैसे शुरू करें इसका मतलब ये नहीं कि आप किसी भी समय एक्सरसाइज कर सकते हैं। रात के समय व्यायाम नहीं करना चाहिए, क्योंकि रात को व्यायाम करने के बाद सो जाने से कोई लाभ नहीं होता।

व्यायाम के एकदम बाद आराम नहीं करना चाहिए, बल्कि उस समय शरीर रूप से गतिविधियां करते रहना जरूरी है।

अगर आपने अभी व्यायाम की शुरुआत की है, तो ध्यान रहे कि शुरुआत में व्यायाम करने से थकान और शरीर में दर्द होना स्वाभाविक है, लेकिन शीघ्र की यह ठीक हो जाएगा।

अगर आपके शरीर में दर्द है या बुखार आदि है तो आप उस दिन आराम करें।

अगर आप किसी तनाव में या दुखी हैं, तो उस समय भी व्यायाम न करें, क्योंकि इससे आपके शरीर को नुकसान होता है। इसलिए जब भी कसरत करें, तो खुश मन से ही करें।

किसी खुली जगह पर व्यायाम करें। ऐसा करने से आपको अधिक लाभ होगा।

30 से 40 मिनट तक वर्कआउट रोजाना करें।

एक्सरसाइज करने के पहले और बाद में प्रोटीन या कार्ब शेक पीने की आदत डालें। ऐसा करने से शरीर में एमिनो एसिड लेवल बेहतर होता है।

एक ही तरह के वर्कआउट प्लान को लंबे वक्त तक फॉलो करते न रहें। क्योंकि एक ही तरह के एक्सरसाइज से आपको बोरियत भी होगी और आपका शरीर उस एक्सरसाइज के स्ट्रेस लेवल को शरीर के अनुसार एडजस्ट कर लेगा।

सप्ताह में एक दिन एक्सरसाइज न करें।

रोजाना एक्सरसाइज उतना ही करें, जितनी आपकी शारीरिक क्षमता हो। शारीरिक क्षमता से ज्यादा व्यायाम करना आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं होगा और आप बीमार भी पड़ सकते हैं।

एक्सरसाइज करने के दौरान बॉडी ज्यादा डिहाइड्रेट होती है। इसलिए बॉडी को डिहाइड्रेट होने न दें और एक्सरसाइज करने से पहले, एक्सरसाइज के दौरान और बाद में भी पानी पीते रहें।

योग या व्यायाम करने के दौरान मन को खुश रखें। कभी भी गुस्से के भाव से न करें।

फिटनेस एक्सपर्ट्स की मानें, तो एक्सरसाइज के दौरान जरूरत से ज्यादा तेज एक्सरसाइज करना या झटके से एक्सरसाइज नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए जहां जितनी आवश्यकता हो उतना ही बल लगाएं।

एक्सरसाइज के दौरान जिम करने वाले कपड़े पहने और कंफर्टेबल जूते पहने।

अगर पहली बार एक्सरसाइज करना आप शुरू कर रहें हैं, तो फिटनेस एक्सपर्ट की निगरानी में एक्सरसाइज करना शुरू करें।

अगर आपके पास सुबह के समय वक्त रहता है, तो मॉर्निंग के वक्त में ही एक्सरसाइज करें।

सही भोजन का सेवन करें

संतुलित आहार एक ऐसा आहार है जिसमें कुछ निश्चित मात्रा और अनुपात में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ होते हैं ताकि कैलोरी, प्रोटीन, खनिज, विटामिन और वैकल्पिक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में हो और पोषक तत्वों के लिए एक छोटा सा भाग आरक्षित रहे। इसके अलावा, संतुलित आहार में बायोएक्टिव फाइटोकेमिकल्स जैसे आहार वाले फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और न्यूट्रास्यूटिकल होना चाहिए जिनके सकारात्मक स्वास्थ्य लाभ हों। संतुलित आहार में कार्बोहाइड्रेट से कुल कैलोरी का 60-70%, प्रोटीन से 10-12% और वसा से कुल कैलोरी का 20-25% होना चाहिए।


एक संतुलित आहार से स्वास्थ्य लाभ

स्वस्थ भोजन ऊर्जा बढ़ाता है, आपके शरीर के कार्यों के तरीके में सुधार करता है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और वजन बढ़ने से रोकता है। अन्य भी प्रमुख लाभ हैं।

संतुलित आहार आपकी पोषण संबंधी आवश्यकता को पूरा करता है। एक विविध, संतुलित आहार पोषक तत्वों की कमी से बचने के लिए आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।

कुछ बीमारियों को रोकता और उनका उपचार करता है। स्वस्थ भोजन से मधुमेह, कैंसर और हृदय रोग जैसी कुछ बीमारियों के विकास को रोका जा सकता है। यह मधुमेह और उच्च रक्तचाप के इलाज में भी सहायक है।

एक विशेष आहार का पालन करने से लक्षणों को कम किया जा सकता है, और बीमारी या स्थिति को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।

ऊर्जावान महसूस करें और अपने वजन का प्रबंधन करें। एक स्वस्थ आहार आपको अच्छा महसूस करने में मदद करेगा, आपको अधिक ऊर्जा प्रदान करेगा, और तनाव से लड़ने में मदद करेगा।

भोजन कई सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों का मुख्य आधार है। पोषण गुणों के अलावा, यह व्यक्तियों के बीच संबंधों को सुविधाजनक बनाने में मदद करता है।

यहाँ स्वस्थ खाने के कुछ सामान्य दिशानिर्देश हैं

स्वस्थ भोजन का सबसे महत्वपूर्ण नियम किसी भी भोजन को छोड़ना नहीं है। कभी कभी भोजन को छोड़ देना आपके चयापचय(मेटाबोलिज्म) दर को कम करता है। सामान्य खाने में भोजन 3 बार प्रमुख भोजन और 2 स्नैक्स शामिल हैं। इसके अलावा सुबह का नाश्ता करना कभी न छोड़े। यह दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है।

भोजन तैयार करने के सरल तरीके जानें। स्वस्थ भोजन का मतलब जटिल भोजन करना नहीं है। भोजन की तैयारी को आसान बनाए रखें, सलाद, फलों और सब्जियों के रस जैसे अधिक कच्चे खाद्य पदार्थों का सेवन करें और कैलोरी के बजाय स्वस्थ भोजन खाने पर ध्यान केंद्रित करें।

जब आप पेट भरा हुआ महसूस करते हैं तो खुद को रोकना महत्वपूर्ण है। इससे आपको अपना वजन एक हद तक बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे आपको सचेत रहने और खुद को बेहतर महसूस करने में भी मदद मिलेगी।

बहुत पानी पियें। काम करते हुए, टीवी देखते समय, अपने पास पानी की बोतल रखें।

मेनू में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का उपयोग किया जाना चाहिए। एक भी भोजन में सभी पोषक तत्व नहीं होते हैं।

भोजन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अनाज और दाल के प्रोटीन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भोजन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अनाज प्रोटीन और दाल प्रोटीन का न्यूनतम अनुपात 4: 1 होना चाहिए। अनाज के संदर्भ में, यह भोजन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अनाज का आठ भाग और दालों का एक हिस्सा होगा।

हर दिन फल और सब्जियों के पांच हिस्से खाएं।

स्वस्थ स्नैक्स खाना जारी रखें। यह आपको भूख लगने पर अस्वास्थ्यकर स्नैक खाने से रोकेगा।

खाना पकाने से पहले सभी दिखने वाले वसा को निकालेंमुर्गे से त्वचा को हटा दें और किसी भी मांस से सफेद वसा को हटा लें।

उत्तेजक पदार्थ जैसे कैफीन, शराब और परिष्कृत चीनी को सीमित रखें।

बाहर जाकर खाने को सप्ताह में एक दिन तक सीमित करें। कार्यस्थल के लिए खुद से पैक लिया हुआ भोजन लें।

केवल उन चीजों को खाएं जो आपको पसंद हैं – देखें कि आपके लिए क्या सही है और अपने आप को उन चीजों को खाने के लिए मजबूर न करें क्योंकि वे आपके लिए अच्छे हैं।


पर्याप्त पानी पिए



हेल्थ डेस्क. आयुर्वेद के अनुसार पानी हमेशा घूंट-घूंट कर पीना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि यह बॉडी के टेंप्रेचर के मुताबिक शरीर में पहुंचे। सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक पानी को पीने के कुछ नियम हैं जो सेहतमंद रहने के लिए जरूरी हैं। सुबह खाली पेट पानी पीने से स्किन, लिवर, किडनी और आंख से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं। खासकर गर्मी के दिनों में इसका ख्याल रखना बेहद जरूरी है। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. काशीनाथ समगंडी से जानते हैं पानी पीने का सही तरीका क्या है?


1. कब, कितना और कैसे पीएं पानी

  

 सुबह उठने के बाद खाली पेट।

 भोजन करने के 1 घंटा पहले बाद में।

 दिनभर में 8—10 गिलास जरूरी।

 खड़े होकर पानी न पीएं, ज्वाइंट्स कमजोर होते हैं।

2. पानी कब नहीं पीना चाहिए? 

  

गर्म भोजन, फल जैसे ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूजा खाने के बाद। 

गर्म दूध या चाय पीने के बाद और धूप से आने के तुरंत बाद।

एक्सरसाइज करने के तुरंत बाद क्योंकि शरीर का तापमान बदलता है।

चिकने और तले पकवान खाने के बाद या मूंगफली खाने के तुरंत बाद।

3. कितना जरूरी है पानी  

पेट की परेशानियां खत्म : रोजाना सुबह पानी पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता और पेट से जुड़ी बीमारियों जैसे कब्ज से बचाव होता है। 

दूर होता सिरदर्द: एक शोध के मुताबिक सिरदर्द के 90 प्रतिशत मामले शरीर में पानी की कमी के कारण होते हैं, इसलिए 8—10 गिलास पानी जरूरी पीएं। 

चमकदार स्किन: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से त्वचा को नमी मिलती है जिससे ये चमकदार बनती है और त्वचा रोगों से भी बचाव होता है। 

 बढ़ती इम्युनिटी: पानी से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालता है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वजन नियंत्रित रहता है।

सुस्ती होती दूर: थका या सुस्त महसूस कर रहे हैं तो पानी पीएं। इससे रक्त में अधिक लाल रक्त कोशिकाओं के कारण अधिक ऑक्सीजन प्राप्त होता है और ऊर्जा मिलती है।


फैक्ट


शरीर के वजन का दो तिहाई भाग होता पानी होता है। 

 2.5 लीटर पानी रोजाना शरीर से निकलता है। 

 शरीर में 10 फीसदी पानी की कमी होने पर प्यास लगती है। 


नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं



वक्त-वक्त डाॅक्टर से नियमित रूप से अपनी जांच कराएं, भले ही आप बिल्कुल ठीक हो। ऐसा करने से यदि आपके शरीर में कोई बीमारी पनप नहीं हो तो उसका जल्दी पता लगाया जा सकता है और इसकी रोकथाम की जा सकती हैै। ऐसे में आप आपके स्वास्थ्य जोखिम को कम कर सकते हैं, अपने शरीर को लेकर अगर आप बेफिक्र रहेंगे तो आपको रात में अच्छी नींद भी आएगी।


स्वस्थ वजन बनाए रखें

एक शरीर का स्वस्थ्य वजन आपको हेल्दी रखने में मदद करता है। आपको अपने शरीर का बॉडी मास इंडेक्स जानने की जरूरत है, इसके लिए आप एक उपकरण का उपयोग कर सकते हैं जिससे आप अपने सही वजन के बारे में जानकारी हासिल कर पाएंगे। बीएमआई यह बताता है कि आपके शरीर में कितनी अधिक चर्बी है। आमतौर पर बीएमआई 18.5 और 22.9 के बीच होना चाहिए


रात में अच्छी नींद लें



आराम और ध्यान का एक बेहतर तरीका है, दूध का एक गर्म गिलास और बिस्तर पर जाने से पहले हल्के गुनगुने पानी से स्नान। यह दोनों आपको एक अच्छी व आरामदायक नींद दिलाने में मदद कर सकते हैं। आप कोशिश करें कि सोने से पहले आप खाना न खाएं, सोने और रात के खाने के बीच कुछ वक्त का अंतराल रखें, अपने बेडरूम में अंधेरा करने से आपको अच्छी नींद आएगी और तनाव नहीं होगा। आप चाहें तो दिमाग में आए कुछ विचारों को लिख सकते हैं, इससे आपको अच्छा महसूस होगा


शराब का सेवन न करें

ज्यादा शराब के सेवन को न कहना ही बेहतर है। अल्कोहल का हमारे मन−मस्तिष्क पर गहरा विपरीत प्रभाव पड़ता है। शराब आपके दिल और फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है। जो लोग शराब पीते हैं, उन्हें दिल संबंधी बीमारियाँ होने का जोखिम काफी अधिक होता है। ऐसे व्यक्तियों को उच्च रक्त चाप से लेकर अनियमित दिल की धड़कन, शरीर के माध्यम से रक्त पंप करने में कठिनाई, वजन का बढ़ना, आघात, दिल का दौरा, दिल की बीमारी, हृदय का रुक जाना आदि परेशानियां हो सकती हैं।


घर का खाना खाएं



हमारी व्यस्त लाइफ में, घर में भोजन बनाना काफी मुश्किल हो जाती है, लेकिन खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए हमें बाहर के खाने का सेवन बंद करना चाहिए। घर का बना खाना ज्यादा हेल्दी, साफ और सुरक्षित होता है। घर में बना खाना हमें मोटापे व कई अन्य बीमारियों से दूर रखता है। आप छुट्टी के दिन अलग-अलग तरीकों से खाना बनाकर उसका स्वाद ले सकते हैं।


हेल्दी स्नैक का सेवन करें



यदि आप बहुत ज्यादा सैचुरेटेड फैट वाले भोजन का सेवन करते हैं तो इससे आपके रक्त में कॉलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ सकती है। यदि ऐसा हुआ तो कोरोनरी ह्रदयरोग का गंभीर खतरा पैदा हो जाएगा। आप हृदय रोग और पुरानी बीमारियों के अपने जोखिम को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। आप दूध, अंडे और पनीर ओमेगा -3 वाले पोषक तत्वों से भरपूर पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।


खुश रहें

स्वस्थ रहने के लिए कृतज्ञता आभार सबसे बेहतर उपकरणों में से एक हो सकता है। यह शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य में सुधार करता है, सहानुभूति को बढ़ाता है, आक्रामकता को कम करता है, मानसिक शक्ति और आत्म-सम्मान में सुधार करता है। यह नए रिश्तों के लिए दरवाज़े भी खोलता है। 

Thursday, June 1, 2023

 



पहलवान कैसे बने


कुश्ती में करियर कैसे बनाये ?

कुश्ती की पोशाक

कुश्ती के प्रकार

कुश्ती को शुरु करने का नियम

कुश्ती में निर्णय का आधार

अंक प्राप्त करने की कंडीशन

अंक देने की कंडीशन

नियम के विरुद्ध खिलाड़ी का आचरण

ग्रीको-रोमन प्रकार में कुश्ती

पहलवान इतने बड़े कैसे हो जाते हैं?

पहलवान नई मांसपेशियों के निर्माण के लिए शक्ति प्रशिक्षण और कैलोरी अधिशेष में खाने के माध्यम से मांसपेशियों को उत्तेजित करके मांसपेशियों को प्राप्त करते हैं।

पहलवानी का समय

सुबह उठते ही डेली रूटीन के काम करने के बाद उन्हें कसरत के लिए मैदान या अखाड़े में पहुंचना होता है। उसके बाद सुबह 10 बजे तक उन्हें व्यायाम और पहलवानी (Exercise and wrestling) की प्रैक्टिस करना होती है और यही क्रम शाम को फिर से शुरू होता है, जो देर रात तक चलता है। डिसिप्लीन उनकी लाइफ का पहला नियम होता है।

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बॉडी बिल्डिंग


पहलवानों जैसी बॉडी चाहते हैं, तो पहले जान लें उनकी लाइफस्टाइल


चंदगी राम “हिन्द केसरी” (Chandgi Ram "Hind Kesari")

दारा सिंह “रुस्तम-ए-हिंद” (Dara Singh "Rustom-e-Hind")

गामा पहलवान “रुस्तम-ए-ज़माना” (Gamma wrestler "Rustom-e-Zamana")

इनके नाम कौन नहीं जानता। ये वो लोग हैं, जिनसे भारत में पहलवानी की शुरुआत हुई थी और इन्होंने भारत में ही नहीं विश्व में पहलवानी का नाम रोशन किया।



लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके उस फौलादी शरीर के लिए कितना डेडीकेशन, सही खान-पान और मेहनत (Dedication, right food and hard work) लगी थी। अच्छा शरीर बनाने के लिए केवल कसरत और मेहनत ही काफी नहीं होती, बल्कि उन्हें उसके अलावा भी कई काम करने होते थे, तब जाकर उन्हें ऐसा मजबूत शरीर मिलता था।


आज भी कई पहलवान हैं, जो भारत के नाम को इंटरनेशनल लेवल पर लेकर गए हैं, जैसे…


योगेश्वर दत्त (Yogeshwar Dutt)

बजरंग पूनिया (Bajrang Poonia) 

आदि। पर क्या आपने कभी जानने की कोशिश की, आखिर पहलवानों जैसी बॉडी बनाने के लिए क्या करना होता है (What does it take to build a body like a wrestler) या फिर देसी अखाड़े में उनकी दिनचर्या और डाइट (Routine and diet in desi akhada) कैसी होती है या फिर उनकी लाइफस्टाइल कैसी होती है? शायद नहीं। 


कई लोग आज भी जिम जाने से बचते हैं और देसी तरीके से बॉडी बनाने या फिट रहने की बात करते हैं। इसके लिए उन्हें प्रॉपर जानकारी नहीं मिल पाती। इसके लिए वे इंटरनेट, यूट्यूबर हर जगह सर्च करते हैं लेकिन फिर भी आधी-अधूरी जानकारी मिल पाती है। अगर आप भी ये जानना चाह रहे हैं तो आज मैं आपको ये सब जानकारी दे रहा हूं, ताकि यदि आप भी पहलवानों की तरह शरीर बनाना चाहते हैं, तो उनके बारे में जान सकें। 


पहलवानी का समय

एनर्जी के लिए

पहलवानों जैसी बॉडी चाहते हैं, तो पहले जान लें उनकी लाइफस्टाइल

पहलवानों का खाना

पहलवानों का चुनाव

गुरु की बात रखते हैं सबसे ऊपर


चंदगी राम “हिन्द केसरी” (Chandgi Ram "Hind Kesari")

दारा सिंह “रुस्तम-ए-हिंद” (Dara Singh "Rustom-e-Hind")

गामा पहलवान “रुस्तम-ए-ज़माना” (Gamma wrestler "Rustom-e-Zamana")

इनके नाम कौन नहीं जानता। ये वो लोग हैं, जिनसे भारत में पहलवानी की शुरुआत हुई थी और इन्होंने भारत में ही नहीं विश्व में पहलवानी का नाम रोशन किया।


लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके उस फौलादी शरीर के लिए कितना डेडीकेशन, सही खान-पान और मेहनत (Dedication, right food and hard work) लगी थी। अच्छा शरीर बनाने के लिए केवल कसरत और मेहनत ही काफी नहीं होती, बल्कि उन्हें उसके अलावा भी कई काम करने होते थे, तब जाकर उन्हें ऐसा मजबूत शरीर मिलता था।


आज भी कई पहलवान हैं, जो भारत के नाम को इंटरनेशनल लेवल पर लेकर गए हैं, जैसे…

योगेश्वर दत्त (Yogeshwar Dutt)

बजरंग पूनिया (Bajrang Poonia) 

आदि। पर क्या आपने कभी जानने की कोशिश की, आखिर पहलवानों जैसी बॉडी बनाने के लिए क्या करना होता है (What does it take to build a body like a wrestler) या फिर देसी अखाड़े में उनकी दिनचर्या और डाइट (Routine and diet in desi akhada) कैसी होती है या फिर उनकी लाइफस्टाइल कैसी होती है? शायद नहीं।

कई लोग आज भी जिम जाने से बचते हैं और देसी तरीके से बॉडी बनाने या फिट रहने की बात करते हैं। इसके लिए उन्हें प्रॉपर जानकारी नहीं मिल पाती। इसके लिए वे इंटरनेट, यूट्यूबर हर जगह सर्च करते हैं लेकिन फिर भी आधी-अधूरी जानकारी मिल पाती है। अगर आप भी ये जानना चाह रहे हैं तो आज मैं आपको ये सब जानकारी दे रहा हूं, ताकि यदि आप भी पहलवानों की तरह शरीर बनाना चाहते हैं, तो उनके बारे में जान सकें। 


पहलवानी करने का सबसे बड़ा नियम है कि आपको जो काम जितने बजे करने के लिए दिया जाए, उस काम को उतने बजे ही करना है। पहलवानों की सुबह 4 या 4.30 पर हो जाती है, उन्हें देर तक सोने की अनुमति नहीं होती। सुबह उठते ही डेली रूटीन के काम करने के बाद उन्हें कसरत के लिए मैदान या अखाड़े में पहुंचना होता है।





आज के समय में तो लोग जिम जाने से पहले प्री-वर्कआउट ले लेते हैं और तुरंत एक्सरसाइज करने लगते हैं, लेकिन पहले के जमाने में ऐसा नहीं होता था। पहले पहलवानों को सुबह उठकर अपने शरीर पर तेल की मालिश करना होती थी, ताकि शरीर में गर्मी आ सके। 


उसके बाद उन्हें अखाड़े को खोदना होता था और फिर उसे वापस भरना होता था। इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण था। ऐसा करने से उनके शरीर में गर्मी आ जाती थी और उनका वार्म अप भी हो जाता था, जिससे उनके शरीर में स्फूर्ति पैदा हो जाती थी।


फिर उसके बाद उन्हें अखाड़े को फिर से पहले जैसा करना होता था, ताकि वो उस स्थिति में आ जाए कि पहलवानी करते समय चोट न लगे। 


3. पहलवानों का खाना


पहलवानों की डाइट काफी कठिन होती है, उन्हें शरीर में अंदर से मजबूती चाहिए होती है। वे एब्स या एथलेटिक बॉडी को नहीं बल्कि फौलादी और ठोस शरीर को ज्यादा महत्व देते हैं।


विश्व विजेता गामा पहलवान के बारे में कहा जाता है कि वे 6 किलो चिकन, 10 लीटर दूध और लगभग 100 रोटियां खा सकते थे। अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पहलवानों को अपने भोजन में कितनी चीजें खानी पड़ती होंगी, जिनसे उनका शरीर मजबूत बने। 


बादाम, काजू, अंडे, दूध, घी, स्प्राउट्स, सलाद, केला, दही, पनीर, रोटी, दाल, चने, चिकन, मटन, सूप आदि चीजें पहलवानों की डाइट में शामिल होती हैं। सबसे ज्यादा उन्हें सुबह उठते से ही दूध, घी और बदाम को पीसकर पीना होता है, ताकि वे दिनभर एनर्जेटिक रह सकें। उनकी डाइट पहले तो काउंट नहीं की जाती थी, कि कितनी कैलोरी लेना है, लेकिन आज कल डाइट की कैलोरी काउंट करके खाते हैं। 


पहलवान बनने में कितने साल लगते हैं?

जब तक मेरे पास पेशेवर कुश्ती मैच नहीं हो जाता तब तक मैं कब तक प्रशिक्षण में रहूंगा? हर कोई अलग है, और कुछ दूसरे की तुलना में तेजी से प्रगति करते हैं। बुनियादी कुश्ती मैच के लिए बुनियादी कौशल होने में औसतन 3 महीने से लेकर एक साल तक का समय लगता है।



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