Sunday, July 9, 2023

 Online आओ business बढ़ाओ 

इन दिनों जहां देखो online business की बात हो रही है। स्टार्टअप भी अपने business को ऑनलाइन ला रहे है। ऑनलाइन business के लिए डिजिटल मार्केटिंग भी बहुत जरूरी है।अपने बिजनेस को आनलाइन करके कैसे बुलंदियों पर पहुंचाए इसके लिए में लाया हु आपके लिए कुछ ऐसे ही जानकारी जिसके द्वारा आप भी अपने बिजनेस को ग्रो कर सकते है तो आइए शुरू करते है।

Business को अगर दुनियाभर में पहुंचाना है तो उसे online लेकर आना ही होगा business को online लाने से ना सिर्फ ब्रांड की पहुंच बनती हैं बल्कि ग्राहकों को घर बैठे सामान या सर्विस मिल जाती है। ऐसे बहुत से लोग है जो अपने business को online लेकर आना चाहते हैं।

लेकिन ऑनलाइन कैसे लेकर आए , इसकी बारे में सही जानकारी नहीं होती जिसकी वजह से लोग आर्थिक रूप से नुकसान उठा बैठते हैं। बल्कि business को भी नुकसान पहुंचाता है। 

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ऑनलाइन बिज़नेस ऐसे करें



किसी भी business को online दो तरीके से कर सकते हैं।

पहला खुद की वेबसाइट या ऐप बनाकर

दूसरा मौजूदा प्लेटफार्म पर खुद का business लाकर ।

इसमें मुख्य रूप से ई कॉमर्स शामिल है। जैसे Flipkart, Amazon, India Mart, आदि, 

अगर आप चाहें तो दोनो तरीको से बिजनेस को कर सकते हैं।


खुद की website बनाकर बिजनेस ऐसे करे

Website बनाकर आप अपने business को पूरी दुनिया में ले जा सकते हैं।

Website बनाने के लिए ये तीन काम करने होते हैं।

 1.डोमेन लेना

 2. होस्टिंग लेना

 3. Website डिजाइन करना

 

 


  1.डोमेन नेम लेना 

अगर आप को अपनी website बनानी है तो पहले इसके लिए आपको एक domain नेम जैसे (amazon.com Flipkart.com,Mintra.com आदि खरीदना पड़ता है।


डोमेन नेम हमेशा बिजनेस के नेचर के अनुसार ही खरीदे।

हम अपनी पसंद का वही डोमेन नेम खरीद सकते हैं जो किसी ने खरीदा ना हो।

अगर कोई ऐसा डोमेन नेम पसंद आया हो तो जो किसी दूसरे ने खरीदा हो तो उससे संपर्क कर उसका नाम खरीद सकते है बशर्ते कि वह अपना domain बेचने के इच्छुक हो।

डोमेन नेम hostinger.in,GoDaddy.com,squarespace.com, bigrock.com आदि के जरिए खरीदा जा सकता है।

साथ ही जो नाम आपको पसंद है वो मौजूदा उपलब्ध है या नहीं ये भी वेबसाइट से पता लगा सकते है।


कीमत : डोमेन नेम के पहले साल की फीस करीब 140 रूपये से शुरू होती है। डोमेन नेम बेचने वाली अलग अलग वेबसाइटों पर अलग अलग हो सकती हैं।


कीमत में अंतर कई तरह के शर्तो के कारण हो सकता है।

 शर्तो में डोमेन नेम को कम से कम दो साल के लिए लेना डोमेन के साथ होस्टिंग लेना आदि शामिल हो सकता है।

 एक बार डोमेन लेने के बाद उसे हर साल रिन्यू करना पड़ता है। इसके लिए फीस देनी पड़ती है। ये फीस वही हो सकती है जो आपने पहले साल फीस दी थी।

 

कीमत- डोमेन नेम की पहले साल की फीस करीब 140 रुपये में शुरू होती है। 

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कब खरीदे डोमेन 


काफी  लोगो को यह कन्फ्यूजन होता है कि डोमेन नेम कब रजिस्टर कराए कंपनी और ब्रांड नेम रजिस्टर कराने के दौरान या कंपनऔर ब्रांड नेम रजिस्टर होने के बाद ?

इस बारे मे एक्सपर्ट का कहना है कि जब भी आप अपनी कंपनी और ब्राड नेम रजिस्टर कराने के लिये ministery of corporate Affairs (MCA) में अप्लाई करे, उससे पहले ही डोमेन नेम रजिस्टर करा लें।


कितने डोमेन खरीदे


यहाँ कितने से मतलब है कि एक ही नाम से किस-किस तरह की डोमेन खरीदें। दरअसल, आपने देखा होगा कि किसी website के नाम के पीछे द्डॉट कॉम, किसी के नाम के पीछे डॉट इन और किसी के नाम के पीछे डॉट को डॉट इन आदि लिखा रहता है।


भारत में लगभग सभी वेबसाइट के आपके में मुख्य रूप से डाँट कॉम डॉट इन और डॉट को डॉट इन लिखा होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक बेहतर होगा की इन तीनो को एक साथ खरीद लिया जाए 

ऐसे समझे

मान लिजिये आपके ब्रांड का नामasdfg है। आपको इस नाम से ही डोमेन asdfg.com मिल गया है। साथ ही आपने देखा होगा कि asdfg.इन, asdfg. को डॉट इन भी मोजूद है। ये भी काफी सस्ते (30 से 120 रुपये सालाना प्रति डोमेन के हिसाब से मिल जाते हैं। अगर आपने अपने ब्रांड के लियेasdfg . कॉम रखना है बेहतर होगा की बाकी के नाम asdfg.इन, भी खरीद लें। और उन्हें भी हर साल रिन्यू कराये। ऐसा इसलिए क्योंकि आगे चलकर जब आपका ब्रांड मशहूर हो जायेगा तो कोई दूसरा शख्स आपके ब्रांड के नाम से मिलता जुलता डोमेन नेम बनवा सकता है। और आपको business में नुकसान पहुंचा सकता है।



2 होस्टिंग 

 वेब साइट बनने के लिए सिर्फ डोमेन नेम लेने से फायदा नहीं होता। इसके लिये होस्टिंग भी लेनी पड़ती है। होस्टिंग से मतलब क्लाउड Space से है यानी आपको वेबसाइट पर कितनी जगह चाहिए इसमें वेबसाइट का डेटा होता है।

 यह 1 GB से लेकर 50 GB तक भा इससे जायदा भी हो सकता है। आपको कितने पेज की website बनाना चाहते हो, यह डेटा पर ही निर्भर करता है। अगर आपकी वेबसाइट में फोटो और विडियो जायदा होंगे तो ज्यादा डेटा स्टोर होगा। साथ ही अगर पेमेंट गेटवे भी रखेंगे तो ज्यादा सिक्योरिटी चाहिये। इसके लिए SSL सर्टिफिकेट चाहिये, जिसे डोमेन वेचने वाली कंपनियों से ही ऑनलाईन खरीदा जा सकता है। पेमेंट गेटवे से मतलब हैं कि कोई व्यक्ति वेबसाइट से ही डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, आदि के जरिए ऑनलाईन भुगतान कर सकता है।

 

दो तरह की होती है होस्टिंग।

1)डेडिमेटेड होस्टिंग:

 इसे वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (VPS) भी कहते है। इसमे किसी यूजर को पूरा सर्वर दे दिया जाता है। इसमें स्पेस की कोई लिमिट नहीं होती। Flipkart और amazon जैसी वेवसाईट इसी होस्टिंग का इस्तमाल करती है। इसे ऐसे समझे। कोई जमीन है, जिस पर मकान बना है, वह पूरा मकान आपको दें दिया जाये, यानी पूरा स्पेस आपको मिल गया।


2) शेयर्ड होस्टिंग

 शेयर्ड होस्टिंग से मतलब है कि सर्वर एक ही होगा और उससे बहुत सारी वेबसाइट कनेक्ट होगी इसमें सीमित स्पेस होता है। कोई भी व्यक्ति अब 200 GB तक की स्पेस की होस्टिंग ले सकता है। इसे ऐसे समझे मान लीजिए कि कोई एक घर है। उसमे बहुत सारे कमरे हैं। आप उन्हीं कमरो मे से किसी एक कमरे में रहते है। यानी पूरे घर में आपका कुछ हिस्सा है।


कीमत- अगर आप छोटे स्तर पर बिजनेस शुरू करने जा रहे है तो आपके लिए शेयर्ड होस्टिंग ही ठीक रहेगी। 10 से लेकर 50 GB तक के स्पेस के लिए भोग के लिये हर महीने 70 से 120 रूपये महीने तक देने पड़ते है।

। अगरपैकेज एक साल का तील साल का लिया जाए तो कीमत में छूट मिल जाती है। वहीं अगर आप पेमेंट गेटवे भी लेना चाहते हैं तो इसके लिए अलग से कीमत देनी पड़ती है।हालाकि डोमेन और hosting मुहैया कराने वाली कंपनिया पेमेंट गेटवे की सर्विस भी देती है।पड़ती है।


3.डिजाइन 


होस्टिंग के बाद बारी आती है वेबसाईट को डिज़ाइन कराने को।अगर आपको कम्प्यूटर चलाने और इंटरनेट की थोड़ी सी भी जानकारी है तो आप अपनी website खुद भी बना सकते हैं। इसके लिये पहले में तैयार टेम्पलेट आते हैं। वही अगर आप वेबसाईट डिज़ाइन कराने में समय नहीं लगाना चाहते है तो वेब डेवलपर की मदद ले सकते है।ध्यातो ध्यान रखें कि website का डिज़ाइन यूजर फ्रेंडली होना चाहिए ताकि यूजर हर चीज को आसानी से समझ सकें।


कीमत- website डिज़ाइन करने की क़ीमत विज्ञान का दीदी 5 हजार में 5 लाख तक हों सकती है। यह एक बार ही खर्च होता है। लेकिन वेबसाईट का डिजाइन जितनी बार वदलवाएंगे, उसी बार बार रकम खर्च करनी पड़ सकती है।



दो तरह की होती है। वेबसाइट


किसी भी business के लिए वेबसाईट दो तरह की होती हैं 

पहली बेसिक और दूसरी एडवांस ।


बेसिक वैबसाइट

ऐसी website जिसमें सिर्फ हम पेज होता है। इस पेज पर आपकी कंपनी की जानकारी पता, फोन नंबर, whatsapp नंबर, social मीडिया लिंक, गूगल मैप आदि चीजें होती है। होस्टिंग लेने से बाद कोई भी व्यक्ति जिसे इंटरनेट की जरा भी जानकारी है। इस वेबसाइट को खुद से तैयार कर सकता है। बेसिक वैबसाइट 30 Minute के अंदर तैयार हो जाती है। डोमेन और होस्टिंग सर्विस देने वाली कंपनिया बेसिक वैबसाइट की सुविधा देती है।यह एक पैकेज होता है।


इसमें एक ऑफिशियल बिजनेस ईमेल भी हो सकता है?


शुरुवाती कीमत - 300 rupees सालाना


एडवांस वेबसाइट- इस वेबसाइट में बेसिक वैबसाइट के सारे फीचर तो होते ही है इसके अलावा बहुत सारे पेज ऑप्शन भी होते है।

इस वेबसाइट को कोई भी डेवलपर या एक्सपर्ट ही बना सकता है। या डोमेन या होस्टिंग की सुविधा देने वाली कंपनी भी ये वैबसाइट तैयार कर देती हैं।इन वेबसाइट को को बनवाने से लेकर रख रखाव तक में काफी खर्च आता है।"


कीमत -2000 रूपये सलाना 


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